दुर्गा पूजा पर निबंध | Essay Hindi | Hindi Nibandh

By GK Hindi

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दुर्गा पूजा पर निबंध | Essay Hindi | Hindi Nibandh :- दुर्गा पूजा भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जो देवी दुर्गा की उपासना और शक्ति की आराधना के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व विशेषकर पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम और त्रिपुरा में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। देवी दुर्गा को शक्ति, साहस और सच्चाई की प्रतीक माना जाता है, जो असुरों का नाश करके पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करती हैं।

दुर्गा पूजा का महत्त्व
दुर्गा पूजा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। दुर्गा पूजा की कथा के अनुसार, जब राक्षस महिषासुर ने देवताओं को परेशान किया, तब भगवान विष्णु, शिव और ब्रह्मा ने अपनी शक्तियों का समन्वय करके देवी दुर्गा का निर्माण किया। देवी दुर्गा ने महिषासुर का वध करके धरती पर शांति स्थापित की।

दुर्गा पूजा का आयोजन
दुर्गा पूजा आमतौर पर नवरात्रि के नौ दिनों तक चलती है। इन दिनों में लोग मां दुर्गा की मूर्तियों की स्थापना करते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं। पंडालों को भव्य रूप से सजाया जाता है, और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। अष्टमी और नवमी के दिन विशेष पूजा होती है, और दशमी को देवी की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है।

सांस्कृतिक रंग
इस पर्व का सांस्कृतिक पक्ष भी उतना ही अद्भुत है। नृत्य, संगीत, और पारंपरिक नाटकों का आयोजन इसे और भी जीवंत बनाता है। दुर्गा पूजा के दौरान लोगों में आपसी मेलजोल और सामूहिक उत्सव की भावना देखने को मिलती है।

समाज पर प्रभाव
दुर्गा पूजा केवल धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह समाज में एकता और सामूहिकता का संदेश भी देता है। यह पर्व कला, शिल्प और संस्कृति के संवर्धन का माध्यम भी बनता है।

उपसंहार
दुर्गा पूजा शक्ति और धर्म की आराधना का पर्व है। यह हमें सिखाता है कि बुराई चाहे कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, सत्य और धर्म की विजय अवश्य होती है। इस पर्व के माध्यम से हमें अपने अंदर की बुराइयों को समाप्त करके सद्गुणों को अपनाने की प्रेरणा मिलती है।

“जय माता दी!”

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